Site icon Teer Khanapara

Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics / शिव कैलाशो के वासी भजन

Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics

हिंदू धर्म में भगवान शिव का स्थान सर्वोच्च है। वे त्रिदेवों में से एक हैं और संहार के देवता माने जाते हैं। शिव जी की उपासना में गाए जाने वाले अनेक भजनों में से एक है ‘शिव कैलाशो के वासी’। यह भजन शिव जी के निवास स्थान कैलाश पर्वत से लेकर उनके स्वरूप तक का वर्णन करता है। Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics में भगवान शिव की विशेषताओं का बखान किया गया है। इस ब्लॉग में हम इस भजन के शब्दों, अर्थ और महत्व पर चर्चा करेंगे। साथ ही यह भी जानेंगे कि यह भजन शिव भक्तों के लिए क्यों इतना महत्वपूर्ण है।

Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics / शिव कैलाशो के वासी भजन

शिव कैलाशों के वासी भजन लिरिक्स

शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा शंकर संकट हरना, भोले शंकर संकट हरना
तेरे कैलाशों का अंत ना पाया तेरे कैलाशों का अंत ना पाया अंत बेअंत तेरी माया, भोले अंत बेअंत तेरी माया
बेल की पत्तीयां भांग धतूरा बेल की पत्तीयां भांग धतूरा शिवजी के मन को लुभाए शिवजी के मन को लुभाए
एक था डेरा तेरा चंबेरे चगाना एक था डेरा तेरा चंबेरे चगाना दूजा लाई दीतता भर मोरा दूजा लाई दीतता भर मोरा
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा शंकर संकट हरना, भोले शंकर संकट हरना, बाबा शंकर संकट हरना, भोले शंकर संकट हरना
यह भजन समर्पित है भोले शंकर के भक्तों को।

Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics Video

Shiv Kailasho Ke Vasi Video

संक्षेप में, ‘शिव कैलाशो के वासी’ भजन शिव भक्तों के लिए एक अमूल्य खजाना है। Shiv Kailasho Ke Vasi Lyrics में निहित गहन अर्थ और भावनाएं हमें आध्यात्मिक उन्नति के मार्ग पर ले जाती हैं। यह भजन हमें शिव जी के प्रति समर्पण, भक्ति और श्रद्धा का संदेश देता है। आइए हम सभी इस भजन को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और शिव जी की असीम कृपा का लाभ उठाएं।

Also read: Sajado Ghar Ko Gulshan Sa Lyrics /  सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है भजन लिरिक्स

Exit mobile version